अच्छी खबर: एम्स में भर्ती मरीजों के तीमारदारों को सिर्फ 30 रुपए में मिलेगा भरपेट भोजन, आरएसएस प्रमुख भागवत करेंगे इस सेवा प्रकल्प का लोकार्पण

ऋषिकेश 1 जुलाई। ऋषिकेश एम्स में इलाज के लिए दूर-दराज क्षेत्रों से आने वाले मरीजों के तीमारदारों को 30 रुपए में भरपेट भोजन और कम से कम दाम में ठहरने की सुविधा मिलेगी। यानी कि अब मरीज के साथ एम्स आने वाले तीमारदारों को अब ठरहने-खाने की व्यवस्था के लिए इधर-उधर नहीं भटकना पड़ेगा।
यह सुविधा उपलब्ध कराएगी भाऊराव देवरस सेवा न्यास, जिसके 30 करोड़ की लागत वाले नवनिर्मित माधव सेवा विश्राम सदन का लोकार्पण 3 जुलाई को आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत करेंगे। यह संस्थान वीरभद्र मार्ग पर एम्स के समीप है।
सोमवार को पत्रकार वार्ता के दौरान न्यास के सचिव राहुल सिंह ने नवनिर्मित माधव सेवा विश्राम सदन में मरीजों के तीमारदारों को मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस चार मंजिला भवन में 120 रुम हैं, जिसमें 430 लोगों के ठहरने की व्यवस्था है। यही नहीं चार बेड की डोरमेटरियों में भी लोग ठहर सकेंगे।
न्यास की ओर से एम्स के समीप वीरभद्र मार्ग पर 12 जून 2022 को विश्राम सदन का निर्माण कार्य शुरू किया गया था। दो वर्ष में यह सदन बनकर तैयार हो गया है।
नवनिर्मित चार मंजिला इस भवन में एम्स के मरीजों के तीमारदारों के लिए यहां सामान्य दरों पर सभी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। बताया कि सुबह का नाश्ता प्रति व्यक्ति 10 रूपए और दोपहर का भोजन महज 30 रुपए में भरपेट मिलेगा। बताया कि पूरे देश में न्यास के इस तरह के पांच भवन है।
न्यास के अध्यक्ष ओमप्रकाश गोयल ने बताया कि भवन का लोकार्पण तीन जुलाई को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघ चालक डॉ. मोहन भागवत करेंगे। लोकार्पण समारोह की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। पत्रकारवार्ता के दौरान न्यास से जुड़े संजय गर्ग, अमित वत्स, संदीप मल्होत्रा, गोविंद अग्रवाल, लोकेश तायल आदि मौजूद रहे।

यहां मिलेगी यह सुविधाएं
रोगियों और उनके तीमारदारों के मानसिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए पुस्तकालय व टीवी लॉन्ज की व्यवस्था।
आध्यात्मिक शांति के लिए मंदिर, सत्संग भवन, मेडिटेशन हॉल, बच्चों के खेलने के लिए इंडोर खेल की सुविधा। भोजन कक्ष में करीब 120 लोगों के एक साथ बैठकर भोजन करने की सुविधा। दिव्यांगों के लिए अलग सुविधायुक्त शौचालय।

पूर्व पीएम वाजपेई रहे न्यास के संस्थापक अध्यक्ष
न्यास से जुड़े और वरिष्ठ अधिवक्ता अमित वत्स ने न्यास के बाबत हम जानकारी देते हुए बताया कि 1992 में समाजसेवी भाऊराव देवरस के निधन के बाद उनके लक्ष्य को पूरा करने के लिए 29 दिसंबर 1993 में भाऊराव देवरस सेवा न्यास का गठन किया गया। जिसका संस्थापक अध्यक्ष पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी को बनाया गया था। न्यास का मुख्य उद्देश्य सामाजिक व आर्थिक से रूप से पिछड़ों की शिक्षा व स्वास्थ्य की आवश्यकताओं की पूर्ति करते हुए उनका स्तर सुधारना रहा है।

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